अर्थ : वह मनोवृत्ति जो किसी काम, चीज, बात या व्यक्ति को बहुत अच्छा, प्रशंसनीय तथा सुखद समझकर सदा उसके साथ अपना घनिष्ठ संबंध बनाये रखना चाहती है या उसके पास रहने की प्रेरणा देती है।
उदाहरण :
प्रेम में स्वार्थ का कोई स्थान नहीं होता।
उसे संगीत से अनुराग है।
पर्यायवाची : अनुरंजन, अनुरञ्जन, अनुराग, अभिप्रणय, अवन, अविद्वेष, इखलास, इश्क, इश्क़, इसक, उलफत, उलफ़त, उल्फत, उल्फ़त, छोह, पनव, प्यार, प्रणव, प्रीत, प्रीति, प्रेम, मुहब्बत, राग, लगन, शफक, शफकत, शफ़क़, शफ़क़त