अर्थ : वह मनोवृत्ति जो किसी काम, चीज, बात या व्यक्ति को बहुत अच्छा, प्रशंसनीय तथा सुखद समझकर सदा उसके साथ अपना घनिष्ठ संबंध बनाये रखना चाहती है या उसके पास रहने की प्रेरणा देती है।
उदाहरण :
प्रेम में स्वार्थ का कोई स्थान नहीं होता।
उसे संगीत से अनुराग है।
पर्यायवाची : अनुरंजन, अनुरञ्जन, अनुराग, अभिप्रणय, अवन, अविद्वेष, इखलास, इश्क, इश्क़, इसक, उपधान, उलफत, उल्फत, उल्फ़त, छोह, पनव, प्यार, प्रणव, प्रीत, प्रीति, प्रेम, मुहब्बत, राग, लगन, शफक, शफकत, शफ़क़, शफ़क़त
अर्थ : दोस्तों या मित्रों में होने वाला पारस्परिक संबंध।
उदाहरण :
दोस्ती में स्वार्थ का स्थान नहीं होना चाहिए।
हनुमान ने राम और सुग्रीव की मित्रता कराई।
पर्यायवाची : इखलास, इख़्तिलात, इख्तिलात, इठाई, इष्टता, ईठि, उलफत, उल्फत, उल्फ़त, दोस्तदारी, दोस्ती, बंधुता, मिताई, मित्रता, मुआफकत, मुआफ़िक़त, मुआफिकत, मेल, मैत्री, याराना, यारी, रफ़ाकत, रफाकत, वास्ता, सौहार्द, सौहार्द्य