तरबूज (संज्ञा)
बड़ा, मोटा और गोल फल जिसका गूदा लाल व बीज काले होते हैं।
केला (संज्ञा)
एक फल जो लम्बा, गूदेदार तथा मीठा होता है।
कमल (संज्ञा)
पानी में होने वाले एक पौधे का पुष्प जो बहुत ही सुन्दर होता है।
सूंड (संज्ञा)
हाथी का वह अगला लम्बा अंग जो प्रायः जमीन तक लटकता रहता है और जो उसकी नाक होता है।
रूपरेखा (संज्ञा)
किसी बनाए जाने वाले रूप या किए जाने वाले काम का वह स्थूल अनुमान जो उसके आकार-प्रकार आदि का परिचायक होता है।
तीर (संज्ञा)
धातु आदि का बना वह पतला लम्बा हथियार जो धनुष द्वारा चलाया जाता है।
दानवीर (संज्ञा)
वह जो दान करने में कभी पीछे न हटता हो।
लगातार (विशेषण)
निरंतर होने वाला।
नक्षत्र (संज्ञा)
चंद्रमा के मार्ग में पड़नेवाले स्थिर तारों के सत्ताईस समूह जिनके भिन्न-भिन्न रूप या आकार मान लिए गए हैं और जिनके अलग-अलग नाम हैं।
गौरव (संज्ञा)
किसी का महत्व बढ़ने की अवस्था या भाव।