तमाशा (संज्ञा)
निर्लज्जता भरा काम या व्यवहार या उलटी-पुलटी हरकत।
अनशन (संज्ञा)
वह हड़ताल जिसमें हड़ताली भूखे रहता है यानि अन्न आदि ग्रहण नहीं करता।
नरकट (संज्ञा)
बेंत की तरह का एक प्रसिद्ध पौधा जिसकी डंठलों से कलमें, चटाइयाँ आदि बनती हैं।
बहुत अधिक (विशेषण)
बहुत अधिक।
यथाक्रम (क्रिया-विशेषण)
एक-एक करके या एक के बाद एक।
सूंड (संज्ञा)
हाथी का वह अगला लम्बा अंग जो प्रायः जमीन तक लटकता रहता है और जो उसकी नाक होता है।
प्रभावी (विशेषण)
अपना काम या प्रभाव दिखलानेवाला।
बाधा (संज्ञा)
काम, विकास, मार्ग, आदि में खड़ी की जाने वाली या आने वाली कोई चीज या बात।
कोलाहल (संज्ञा)
ऊँची आवाज़ में बोलने या चिल्लाने आदि से उत्पन्न अस्पष्ट आवाज।
बेल (संज्ञा)
जमीन पर फैलने या किसी आधार पर चढ़ने वाला कोमल पतला पौधा।