अर्थ : श्रवण, कीर्तन, स्मरण, पादसेवन, अर्चन, वंदन, दास्य, सख्य, आत्मनिवेदन या नऊ प्रकारे केलेली भक्ती.
उदाहरणे :
नवविधा भक्तींपैकी सख्यभक्ती ही सर्वात कठीण भक्ती मानली जाते
इतर भाषांमध्ये अनुवाद :
धार्मिक ग्रंथों में मान्य भक्ति के नौ प्रकार।
कलियुग में नवधा भक्ति के अंतर्गत कीर्तन का बड़ा महत्व है।(Hinduism) loving devotion to a deity leading to salvation and nirvana. Open to all persons independent of caste or sex.
bhakti