उपस्थित (विशेषण)
जो किसी विशेष समय में किसी स्थान विशेष पर हो।
अश्वेत (संज्ञा)
अफ्रीका, एशिया आदि देशों का व्यक्ति (गोरों द्वारा माना हुआ)।
पीली मिट्टी (संज्ञा)
पीले रंग की मिट्टी।
पंजीरी (संज्ञा)
आटे को घी के साथ आँच पर भूनकर तथा उसमें पिसा धनिया, सोंठ, चीनी यथा जीरा आदि मिलाकर तैयार की गई स्वास्थ्यवर्धक खाद्य वस्तु। इसका प्रयोग नैवेद्य के लिए भी किया जाता है।
प्रतिध्वनि (संज्ञा)
वह ध्वनि या शब्द जो अपनी उत्पत्ति के स्थान से चलकर कहीं टकराता हुआ लौटे और फिर वहीं सुनाई पड़े।
इस समय (क्रिया-विशेषण)
आधुनिक या वर्तमान समय में।
वेखंड (संज्ञा)
विशेषकर दलदल भूमि या नदी-नालों के किनारे पाया जानेवाला एक औषधीय पौधा।
ठीक समय पर (क्रिया-विशेषण)
उपयुक्त समय पर।
नगरवासी (संज्ञा)
वह जो शहर में निवास करता हो या शहर में रहने वाला व्यक्ति।
उल्लू बनाना (क्रिया)
किसी को इस प्रकार मूर्ख या उपहास्यास्पद ठहराना कि वह तुरंत न समझ सके।