பொருள் : Genre of art of unknown origin that reflects traditional values of a society.
பிற மொழிகளில் மொழிபெயர்ப்பு :
किसी देश की अनेक जातियों व जनजातियों में पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही पारंपरिक कला।
कलमकारी, कांगड़ा, गोंड, चित्तर, तंजावुर, थंगक, पातचित्र, पिछवई, पिथोरा, फड़, बाटिक, मधुबनी, यमुनाघाट तथा वरली आदि भारत की प्रमुख लोक कलाएँ हैं।वह चित्रकला जो जन-साधारण बिना चित्र-कला सीखे अपनी उद्भावना से बनाते हैं।
महाराष्ट्र की वार्ली लोक चित्रकला प्रसिद्ध है।ಯಾರೋ ಒಬ್ಬರು ಚಿತ್ರ ಕಲೆಯನ್ನು ಕಲಿಯದೆ ತಮ್ಮ ಮನಸ್ಸಿಗೆ ಬಂದ ಹಾಗೆ ಚಿತ್ರವನ್ನು ಬಿಡಿಸಿರುವುದು
ಮಹಾರಾಷ್ಟ್ರದ ವರ್ಲಿ ಲೋಕ ಚಿತ್ರಕಲೆ ತುಂಬಾ ಪ್ರಸಿದ್ಧವಾಗಿದೆ.କୌଣସି ଦେଶରେ ଅନେକ ଜାତି ଓ ଜନଜାତିରେ ପିଢି ପରେ ପିଢି ଦେଇ ଗଢି ଆସୁଥିବା ପରମ୍ପରା
କଲମକାରୀ,କାଙ୍ଗଡା,ଗୋଣ୍ଡା,ଚିତର,ତଞ୍ଜାବୁର,ଥଙ୍ଗକ,ପାତଚିତ୍ର,ପିଥୋରା,ଫଡ,ବାଟିକ,ମଧୁବନି,ଯମୁନାଘାଟ ତଥା ବରଲୀ ଆଦି ଭାରତର ପ୍ରମୁଖ ଲୋକକଳାଚିତ୍ରକଳା ନଶିଖି ନିଜ ପ୍ରେରଣା ବଳରେ ଜନସାଧାରଣ ଯେଉଁ ଚିତ୍ରକଳା କରନ୍ତି
ମହାରାଷ୍ଟ୍ରର ୱାର୍ଲି ଲୋକ-ଚିତ୍ରକଳା ପ୍ରସିଦ୍ଧकोणतेही प्रशिक्षण न घेता उपजत गुणातून स्वतःहून चित्र काढण्याची कला.
महाराष्ट्रातील वारली ही लोकचित्रकला प्रसिद्ध आहे.কোনো দেশের অনেক জাতি এবং জনজাতির মধ্যে বংশানুক্রমিক ভাবে প্রচলিত শিল্পকলা
"কলমকারি,কাঁগড়া,গোণ্ড,চিত্তর,তাঞ্জাভুর,থঙ্গক,পাতচিত্র,পিছোই,পিথোরা,ফড়,বাটিক,মধুবনী,যমুনাঘাট এবং ওয়ারলি ইত্যাদি ভারতের প্রধান লোকশিল্পগুলির মধ্যে অন্যতম"সেই চিত্রকলা যা জনসাধারণ চিত্র-কলার প্রাতিষ্ঠানিক অনুশীলন ছাড়া শেখে
মহারাষ্ট্রের ওয়রলি লোকচিত্রকলা প্রসিদ্ধചിത്രകല അഭ്യസിക്കാതെ തന്നെ സാധാരണ ആളുകള് ചിത്രം വരയ്ക്കുന്ന കല
മഹാരാഷ്ട്രയിലെ വര്ളിയിലെ നാടന് ചിത്രകല ലോക പ്രസിദ്ധമാണ്