अर्थ : कल्किपुराणानुसार एक व्रत जे केल्याने स्त्रियांवर पती वियोगाची वेळ येत नाही.
उदाहरणे :
अवियोगव्रतात स्त्रिया चंद्रदर्शन करून दूध पितात.
इतर भाषांमध्ये अनुवाद :
कल्किपुराण के अनुसार एक व्रत जिसके करने से स्त्रियों को पति वियोग नहीं होता।
अगहनशुक्ल तृतीया को पड़नेवाले अवियोगव्रत में स्त्रियाँ चन्द्रदर्शन करके दूध पीती हैं।