अर्थ : एक बहुमूल्य पीली धातु जिसके गहने आदि बनते हैं।
उदाहरण :
आजकल सोने का भाव आसमान छू रहा है।
चैतन्य महापुरुष के शरीर से स्वर्ण जैसी आभा निकलती थी।
पर्यायवाची : अग्नि, अभ्र, अर्ह, अवष्टंभ, अवष्टम्भ, अश्मकर, अष्टापद, आग्नेय, कंचन, कञ्चन, कांचन, काञ्चन, गारुड़, गोल्ड, चामीकर, ज़र, तामरस, तार्क्ष्य, त्रिनेत्र, दत्र, पुरुद, भद्र, मनोहर, मरुत्, रंजन, रञ्जन, रसविरोधक, वरवर्ण, वर्णि, वसु, शतकुंभ, शतकुम्भ, शतकौंभ, शतकौंभक, शतकौम्भ, शतकौम्भक, शतखंड, शतखण्ड, शातकुंभ, शातकुम्भ, शातकौंभ, शातकौम्भ, शुक्र, श्रीमत्कुंभ, श्रीमत्कुम्भ, सुवरन, सुवर्ण, सोना, स्वर्ण, हाटक, हिरण्य, हेम
अर्थ : एक पौधा जिसके फलों के बीज बहुत विषैले होते हैं।
उदाहरण :
धतूरा भगवान शिव को प्रिय है।
पर्यायवाची : अष्टापद, कंचन, कितव, चामीकर, तामरस, तीक्ष्णकंटक, तीक्ष्णकण्टक, तूल, धतूरा, धत्तूर, धूर्त, निस्त्रैणपुष्पिक, पुरीमोह, मंदार, मदनक, मन्दार, वृहत्पाटली, शंकरप्रिय, शातकुंभ, शातकुम्भ, शिवप्रिय, शिवशेखर, सुमन, सुवर्ण, स्वर्णफल, हिरण्य, हेमतरु
अर्थ : एक पेड़ जिसमें लाल पुष्प लगते हैं।
उदाहरण :
इस बाग में पलाश की अधिकता है।
पर्यायवाची : किंशुक, किंशुक वृक्ष, केसू, टेसुआ, टेसू, डाख, ढाँक, ढाक, त्रिपर्ण, त्रिपर्णा, त्रिवृंत, त्रिवृन्त, धाक, पड़ाशी, पलंकषा, पलंकषी, पलाश, पलाश वृक्ष, पलास, पूत, पूत-द्रु, पूतदारु, पूतद्रु, बहुपत्र, ब्रह्मद्रुम, ब्रह्मपादप, ब्रह्मवृक्ष, महावरोह, मेघद्वार, यूप्य, रक्तपुष्पक, राजादन, लाक्षातरु, वक्रपुष्प, वातपोथ, वातपोथक
अर्थ : ताड़ की तरह का एक पेड़ जो प्रायः रेगिस्तान में होता है और जिसमें बेर के आकार के लंबोतरे मीठे फल लगते हैं।
उदाहरण :
खजूर वृक्ष लम्बा एवं शाखा रहित होता है।
पर्यायवाची : खजूर, खजूर वृक्ष, खरजूर, खरजूर वृक्ष, खर्जूर, खर्जूर वृक्ष, नख़्ल, नख्ल, मधुक्षीर, मधुक्षीरक, महारस, स्कंदफला, स्कन्दफला