अर्थ : लोहे आदि का बना वह आवरण जो लड़ाई के समय हथियारों से योद्धा को सुरक्षा प्रदान करता है।
उदाहरण :
आक्रमण से बचने के लिए कवच का प्रयोग किया जाता है।
पर्यायवाची : अँगरी, अंगत्राण, अंगरक्षी, अंगरी, कंचुक, जगर, ज़िरह, जिरह, तनुवार, त्राण, नागोद, बकतर, बखतर, बख़तर, बख़्तर, बख्तर, वरूथ, वर्म, वारवाण, सँजोया, सनाह, सन्नाह
अर्थ : वह वस्तु जिससे किसी वस्तु आदि को आच्छादित किया जाए या ढकने की वस्तु।
उदाहरण :
आच्छाद से वस्तुएँ सुरक्षित रहती हैं।
पर्यायवाची : अंतःपट, अंतर्पट, अन्तःपट, अन्तर्पट, अपटी, अपवारण, अपिधान, अबरन, अभिवास, अभिवासन, अवरण, अश्मंतक, अश्मन्तक, आच्छाद, आच्छादक वस्तु, आच्छादन, आटोप, आवरण, आस्तर, उच्छादन, छद, छाजन, तिरस्क्रिया
अर्थ : तंत्र में वे मंत्र जो आपत्तियों में अपनी अथवा अपने अंगों की रक्षा के उद्देश्य से पढ़े जाते हैं।
उदाहरण :
कवच का पाठ करने से उपासक समस्त बाधाओं से रक्षित हो जाता है।
अर्थ : विपत्तियों में अपनी रक्षा के लिए भोजपत्र आदि पर लिखा हुआ कोई मंत्र जिसे गंडे, जंतर, तावीज आदि के रूप में कमर, गले, बाँह आदि में पहनते हैं।
उदाहरण :
माँ ने अपने बच्चे को कवच पहनाया है।