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हिन्दी शब्दकोश से पार्ष्णि शब्द का अर्थ तथा उदाहरण पर्यायवाची एवम् विलोम शब्दों के साथ।

पार्ष्णि   संज्ञा

१. संज्ञा / निर्जीव / वस्तु / शारीरिक वस्तु
    संज्ञा / भाग

अर्थ : टाँग का वह पतला हिस्सा जो पैर के पंजे के ठीक ऊपर, पीछे की तरफ़ होता है।

उदाहरण : जाड़े के दिनों में उसकी एड़ी फट जाती है और वह दर्द से कराहने लगता है।

पर्यायवाची : एड़, एड़ी, पादमूल

The back part of the human foot.

heel

உள்ளங்காலின் குழியை ஒட்டிய பின்பகுதி.

காலுறையில் குதிக்கால் பகுதி கிழிந்து விட்டது
குதிக்கால்
२. संज्ञा / सजीव / जन्तु / पौराणिक जीव

अर्थ : पांडु की पत्नी और युधिष्ठिर, अर्जुन एवं भीम की माता।

उदाहरण : कुंती ने लोक-लाज के डर से जन्म देते ही कर्ण का परित्याग कर दिया।

पर्यायवाची : कर्णप्रसू, कुंती, कुन्ती, पृथा, सूरी, सूर्यप्रिया

An imaginary being of myth or fable.

mythical being

பாண்டுவின் மனைவி மற்றும் யுதிஸ்டிரன், அர்ஜுனன், பீமனின் தாய்

குந்தி யாருக்கும் தெரியாமல் பிறந்த தன்னுடைய மகன் கர்ணனை முற்றும் துறந்தாள்
கர்ணப்பிரசு, குந்தி, சூரி, சூரியப்பிரியா
३. संज्ञा / सजीव / जन्तु / स्तनपायी / व्यक्ति

अर्थ : व्यभिचार करने वाली स्त्री।

उदाहरण : श्याम एक व्यभिचारिणी के चक्कर में पड़ गया है।

पर्यायवाची : अविनीता, इतवरी, इत्वरी, उछक्का, उछालछक्का, कुलटा, चरित्रहीना, छिनाल, जंघामथानी, जारिणी, झाँपो, धगड़बाज, धगड़बाज़, धगड़ी, पटेबाज, पटेबाज़, पुंश्चली, बंधकी, बंधुदा, बन्धुदा, लुखिया, व्यभिचारिणी, हरजाई

मुहावरे भाषा को सजीव एवम् रोचक बनाते हैं। हिन्दी भाषा के मुहावरे यहाँ पर उपलब्ध हैं।